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वासंतिक नवरात्र कल: मंदिरों माता के लगेंगे जयकारे

लखनऊ। वासंतिक नवरात्र के हर दिन मां के विविध नौ रूपों को पूजने के और उनकी आराधना के लिये भक्त सुबह से ही देवी मंदिरों में उमड़ेंगे। हिंदू नव संवत्सर चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के साथ ही बुधवार से मंदिरों और घरों में मां की पूजा आराधना के दौर शुरू हो जायेंगे। नवरात्र के पहले दिन कतारों में लगे भक्त राजधानी के तमाम देवी मंदिरों में सुबह से रात तक मां की पूजा-अर्चना को जुटेंगे। एक दिन पहले मंगलवार देर रात तक मंदिरों, बाजारों में नवरात्र को लेकर खूब भीड़भाड़ रौनक रही। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक इस बार द्वितीया तिथि की हानि के चलते 8 दिन के ही नवरात्र हैं। 

बुधवार से रखा जाएगा वासंतिक नवरात्र का पहला व्रत
महानगर निवासी आचार्य प्रदीप के मुताबिक 29 मार्च बुधवार की सुबह सूर्योदय से करीब आधे घण्टे बाद तक ही प्रथमा का मान रहेगा, उसके बाद द्वितीया शुरू हो जायेगी। 6:30 बजे के बाद से बाद से चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा खत्म हो जाने के बाद द्वितीया शुरू होगी। नवसंवत्सर (2074 साधारण संवत्सर) वासंतिक नवरात्र का पहला व्रत बुधवार को ही रखा जायेगा, अगले दिन सूर्योदय के समय उदया तिथि में तृतीया रहेगी।

कलश स्थापना के कई उत्तम मुहुर्त
आचार्य ने बताया कि इस बार दिन भर कलश स्थापना के कई उत्तम मुहूर्त मिल रहे हैं। अभिजित मुहूर्त 11:30 से 12:28 बजे के बीच कलश स्थापित करना उत्तम रहेगा। इसके अलावा सुबह 3:39 बजे से 5:30 बजे तक, सुबह पौने सात बजे तक भी कलश स्थापना की जा सकेगी।

हर मंदिर में बदली थीम पर होगा माता का श्रृंगार
ठाकुरगंज के मां बाघंबरी पूर्वी देवी सिद्धपीठ मंदिर, शास्त्रीनगर दुर्गा मंदिर, चौपटियां के संदोहन देवी मंदिर में इस बार भी हर दिन बदली हुई थीम पर मां का श्रृंगार होगा। इस दौरान देवी का फल, फूल, मेवा, टाफी, चाकलेट, मयूर आदि से अलग-अलग दिन विशेष शृंगार किया जाएगा। राजेंद्रनगर स्थित महाकाल मंदिर में भी मंदिर केसेवक भक्त अतुल मिश्रा का दल हर दिन नई थीम पर मां का श्रृंगार करेगा। रामनवमी का व्रत-पूजन 5 को होगा।

इन मंदिरो में जुटेगी भक्तों की भारी भीड़
नवरात्र पर बुधवार को पुराने लखनऊ के छोटी-बड़ी काली जी मंदिर में नवरात्र भर भक्तों की भारी भीड़ जुटेगी। इसके अलावा कैसरबाग दुर्गा मंदिर, हाथी बाबा वाले मंदिर, कृष्णानगर राम जानकी मंदिर, भारत माता मंदिर, इंद्रेश्वर मंदिर, त्रिवेणीनगर योगी नगर दुर्गा मंदिर, मदेयगंज दुर्गा मंदिर, चिनहट के मां जानकी मंदिर, समेत डालीगंज, अलीगंज, महानगर, इंदिरानगर, गोमतीनगर के मंदिरों में भी दिन रात पूजन होंगे। मंगलवार शाम तक रंग बिरंगी सजावट की तैयारियां अंतिम दौर में रहीं।

इन तरह करे नवरात्र पूजन
नवरात्र केपहले दिन पूजा स्थल को लीपने के बाद स्वच्छ मिट्टी से वेदी बनानी चाहिये। वेदी में सात प्रकार के अनाज या जौ-गेहूं को बोने के बाद उसमें सामर्थ्य के अनुसार मिट्टी या धातु का कलश स्थापित करे। इसके बाद उसमें देवी प्रतिमा स्थापित करें। घट स्थापना के बाद आम के पल्लव और उनके ऊपर अनाज की कटोरी रखकर दीपक की स्थापना करे। दीपक पर चावल-अक्षत चढ़ाये। पूर्व की ओर मुख करके देशी घी या तेल का दीपक जलायें। कलश को नैवैद्य-मिष्ठान्न को भोग लगायें और पुष्प चढ़ाकर मां के पहले रूप की पूजा-आराधना करें। आरती उतारें और मइया के कीर्तन करें। देवी भक्ति तरंगिणी और देवी पुराण के मुताबिक दक्षिण मुख की देवी का पूजन शुभ फल देने वाला और पूर्व मुख देवी का पूजन जय प्रदान करने वाला होता है। जबकि पश्चिम मुख देवी का पूजन सदा स्थापन उत्तम रहता है। घट स्थापन के बाद यथाशक्ति नवाक्षर मंत्र ‘ऊं दुर्गे दुर्गे रक्षिणि स्वाहा’ का जप करना चाहिये।

पूजन के लिए सेमर का फूल रहेगा उत्तम
आचार्य प्रदीप ने बताया की विजय के लिये मां का सेमर के फूलों से पूजन उत्तम रहेगा। जबकि गृह-क्लेश दूर करने के लिये सफेद पुष्पों और धन की इच्छा वालों के लिये अनार के पुष्पों से पूजन उत्तम रहेगा। अन्य मनोकामनाओं के लिये निम्न प्रकार से पूजन किया जाना श्रेयस्कर रहेगा।

दोष निवारण के इन फूलों का करें चयन
मां शैल पुत्री का पूजन उन्हें सफेद फूल चढ़ाने चाहिये- चित्त स्थिर होगा।
मां ब्रह्मचारिणी को कमल, गुड़हल के पुष्प और मां चंद्रघंटा को कमल का पुष्प चढ़ाना उत्तम रहेगा- अशांति-कलह का नाश होगा।
मां कूष्मांडा को पेठा या सीताफल कुमढ़ा अर्पित करना उत्तम रहेगा- बीमारियों से मुक्ति मिलेगी।
स्कंद माता को कमल पुष्प से पूजन करने पर संतान की प्राप्ति होगी।
मां कात्यायनी कमल-गुलाब पुष्प चढ़ाने से मोक्ष, अर्थ, काम, धर्म की प्राप्ति होगी।
मां कालरात्रि को लाल पुष्प प्रिय हैं, सुख शांति के लिए नारियल अर्पण करना श्रेयस्कर रहेगा।
मां महागौरी को सफेद पुष्प चढ़ायें।
सिद्धिदात्री मां को कमल का पुष्प चढ़ाने से मनोकामना पूरी होगी।

सूर्य देवी की आरती के साथ शुरू होगा नव संवत्सर
बुधवार सुबह भारतीय नव संवत्सर उत्सव का आगाज आदि गंगा गोमती की आरती के साथ ही शुरू हो जाएगा। संस्कार भारती समेत तमाम संगठनों की ओर से सुबह सूर्योदय के साथ ही सूर्य देव की आरती के साथ ही भारतीय नव संवत्सर का स्वागत किया जाएगा। कुड़िया घाट पर सुबह दीपोत्सव के साथ रंगारंग भक्तिमय कार्यक्रम का आयोजन भी होगा। संगीत प्रस्तुतियों के बीच शंखध्वनि से उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जायेगा। अलीगंज हनुमान मंदिर परिसर में हवन पूजन होगा। मनकामेश्वर मंदिर में भोर में आरती होगी। इसके अलावा सिंधी भाई झूलेलाल जयंती की धूम मचायेंगे झांकी शोभायात्रा निकाली जायेगी। ऐशबाग रामलीला मैदान में चैती महोत्सव का आगाज होगा।

चेट्रीचंड यात्रा का आकर्षण चुरायेगी महिलाओं की बाइक रैली
हिंदू नव संवत्सर के पहले दिन भगवान झूलेलाल जयंती की धूम बुधवार को नगर में रहेगी। वीआईपी रोड स्थित शिवशांति आश्रम से निकलने वाली शोभा यात्रा में लगभग 100 बाइक पर सवार 200 सिंधी महिलाएं शामिल होंगी। सिंधी समाज की मौसमी ने बताया कि मंगलवार शाम तक 100 से अधिक लोगों ने पंजीकरण करवाया। यात्रा को सुबह लगभग 11 बजे संत रवाना करेंगे। शोभायात्रा सिंगारनगर, आलमबाग, मवैया, नाका हिंडोला, गणेशगंज समेत तमाम रूट से होते हुये झूलेलाल घाट पर पहुंचेगी। यहां घरों से आये कुंडरी बहिराणा विसर्जन होंगे। झूलेलाल वाटिका में देर रात तक मेले के साथ ही सिंधी पकवानों के स्टॉल सिंधी समाज की संस्कृति दिखायेंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ही भगवान झूलेलाल की जीवनी पर आधारित झाकियां भी दिखाई जायेंगी। सिंधी पकवानों कढ़ी चावल, शाही भाजी, छोला बंद व मीठा लोला जैसे पकवानों के स्टॉल लगेंगे। समाज के अशोक मोतियानी के मुताबिक शोभायात्रा के स्वागत में राजधानी के विविध हिस्सों में दर्जनों तोरण द्वार बनाये गये हैं, 100 से अधिक स्थानों पर स्थानों पर हलवा, आइसक्रीम, लस्सी व चने, पकवानों संग यात्रा का स्वागत होगा। राजाजीपुरम व इंदिरानगर समेत कई इलाकों की शोभायात्रा इसमें रहेगी। शोभायात्रा का गणेशगंज में व्यापारियों की ओर से फूलों की बरखा से स्वागत होगा। लालबाग स्थित हरिओम मंदिर के प्रो. गोपाल कृष्ण लालचंदानी ने बताया कि सुबह नौ बजे से मंदिर में आयोजन शुरू हो जाएंगे। आसा दी वार कीर्तन, मंदिर संगत के भजनों केबाद यहां कुंडरी बहिराणा के पूजन होंगे। आनंद साहिब, आरती के बाद भजन कीर्तन-पल्लव फेरा और ांडारा होगा। शाम को शनि मंदिर के सिंधी घाट पर तमाम आयोजनों के बाद देर रात सांई झूलेलाल की आरती होगी।
आज से ऐशबाग रामलीला मैदान में चैती महोत्सव का आगाज
श्री रामलीला आयोजन समिति की ओर से ऐशबाग के रामलीला मैदान में नौ दिवसीय चैती महोत्सव का आगाज बुधवार से होगा। सुंदरकांड पाठ महोत्सव की शुरुआत होगी। महोत्सव में स्वच्छता अभियान व बेटी बचाओ पर भी जागरुक किया जायेगा। भारतीय नव वर्ष मेला व चैती महोत्सव की शुरुआत शाम चार बजे कलश स्थापना व गणेश पूजन के साथ होगा। उप मुख्यमंत्री डा.दिनेश शर्मा उद्घाटन करेंगे। लोकगायिका कुसुम वर्मा की प्रस्तुतियां होंगी। स्वाति साहू नृत्य नाटिका प्रस्तुति देंगी। 30 मार्च को दीपक त्रिपाठी का दल अवधी गीतों, 31 को पद्मभूषण सरोजा वैद्यनाथन भारत नाट्यम की प्रस्तुति देंगी। एक अप्रैल को लोक गायिका मालिनी अवस्थी की परफार्मेंस होंगी। दो अप्रैल को भास्कर ग्रुप के साथ प्रस्तुतियों के अलावा तीन अप्रैल को डा.मालविका हरिओम का गायन होगा। विभू वाजपेयी कथक प्रस्तुति देंगी। चार को गौरी उपाध्याय के कार्यक्रम होंगे, पांच को वंदना सिंह और ाास्कर सिंह के आयोजन होंगे। छह अप्रैल को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन होगा।

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